राजस्थान की कांग्रेस सरकार के खिलाफ 200 रथों के माध्यम से जन-आक्रोश यात्रा निकाली जाएगी : जेपी नड्डा

जयपुर । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने राजस्थान के ऐतिहासिक दशहरा मैदान, जयपुर से भाजपा के राज्यव्यापी “जन आक्रोश यात्रा” का शुभारंभ किया और राजस्थान की जनता से भ्रष्टाचार, कुशासन एवं तुष्टिकरण की पर्याय बन चुकी कांग्रेस की गहलोत सरकार को जड़ से उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। भाजपा राजस्थान की कांग्रेस सरकार के चार साल के कार्यकाल की विफलताओं को उजागर करने के लिए यह “जन-आक्रोश यात्रा” निकाल रही है। नड्डा ने दशहरा मैदान से 51 ‘जन आक्रोश रथों’ को हरी झंडी दिखा कर “जन-आक्रोश यात्रा” का शुभारंभ किया। राजस्थान के सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में जन विरोधी कांग्रेस सरकार के खिलाफ 200 रथों के माध्यम से यह यात्रा निकाली जाएगी। भाजपा इन यात्राओं के माध्यम से 14 दिनों में राज्य के लगभग 2 करोड़ लोगों तक पहुंचेगी और कांग्रेस की गहलोत सरकार की नाकामियों को उजागर करेगी। इस यात्रा के दौरान पूरे प्रदेश में लगभग 75,000 से अधिक किमी का सफ़र तय किया जाएगा। इस दौरान लगभग 20,000 चौपाल और नुक्कड़ सभाएं भी आयोजित की जायेंगी। साथ ही, 20,000 स्थानों पर जनसंपर्क भी किया जाएगा। उन्होंने भाजपा के ‘जन-आक्रोश’ गीत भी लॉन्च किया। जगत प्रकाश नड्डा का जयपुर हवाई अड्डे पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पुनिया, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया, राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, सांसद अर्जुन राम मेघवाल, सीपी जोशी, कैलाश जोशी, सांसद एवं पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राज्यवर्धन राठौड़, राजकुमारी दीया कुमारी सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने स्वागत किया। हवाई अड्डे से निकलने के पश्चात् नड्डा ने श्रीराम मंदिर और राजा पार्क गुरूद्वारे में पूजा-अर्चना की। पूरे कार्यक्रम के दौरान पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं राजस्थान के प्रभारी अरुण सिंह और प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ जुड़े रहे। दशहरा मैदान में भी पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता, विधायक, सांसद, प्रभारी एवं सह-प्रभारी उपस्थित रहे। नड्डा ने जन आक्रोश यात्रा की रचना के लिए प्रदेश भाजपा की पूरी टीम को बधाई देते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पुनिया को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि राजनीति में किसी भी नेता की नीति और नीयत छोटे-छोटे बातों से पता चलती है। राजस्थान की कांग्रेस सरकार हमारी वसुंधरा राजे सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का नाम बदल कर उन्हें अलग अलग नामों से चला रही है। इससे कांग्रेस की असलियत उजागर होती है। कांग्रेस की गहलोत सरकार ने हमारी भामाशाह योजना का नाम बदल दिया। इससे होता तो कुछ नहीं, लेकिन गहलोत सरकार की नीयत की पता चलता है। इनके पास अपना दिखाने को कुछ भी नहीं है, इसलिए ये हमारी योजनाओं का नाम बदल कर इसे अपना कह कर दिखाते हैं। गहलोत सरकार ने हमारी सरकार द्वारा शुरू की हुई अन्नपूर्णा रसोई का नाम बदल कर इंदिरा रसोई कर दिया। ये जनता की सेवा नहीं है। इन्हें तो भारतीय संस्कृति से निकला हुआ नाम तक पसंद नहीं, बस एक ही परिवार के नाम पसंद हैं। कांग्रेस की गहलोत सरकार पर हमला जारी रखते हुए माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि राजस्थान में जब से डबल इंजन की सरकार में से इंजन हटा है, तब से राजस्थान का विकास रुक सा गया है. राजस्थान के विकास में रोड़े अटकाने वाले कोई और नहीं, बल्कि यहाँ के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं। इन्हें राजस्थान की जनता की चिंता कम, अपनी और अपनी कुर्सी की चिंता अधिक रहती है। गहलोत सरकार ने गाँवों को पक्की सडकों से जोड़ने वाली हमारी योजना ग्रामीण गौरव पथ को बंद कर दिया। इन्होंने हमारी सरकार द्वारा युवाओं को 50,000 रुपये तक के कोलेटरल-फ्री लोन वाली भैरो सिंह शेखावत अंत्योदय स्वरोजगार योजना को बंद कर दिया। इन्होंने हर गाँव में कुआं और पोखर बनाने की हमारी योजना मुख्यमंत्री स्वावलंबन अभियान को बंद कर दिया। हमारे प्रधानमंत्री जी आजादी के अमृत महोत्सव काल में हर गाँव में सरोवर बने, इसकी चिंता कर रहे हैं लेकिन गहलोत सरकार पहले से हमारी चली आ रही योजना को भी बंद कर रहे हैं। जल जीवन मिशन इम्प्लीमेंट करने में भी अशोक गहलोत राजस्थान में रोड़े अटका रहे हैं। इससे हर घर जल की योजना में बाधाएं आ रही हैं। आज केंद्र में जलशक्ति मंत्री राजस्थान से हैं, लेकिन कांग्रेस की गहलोत सरकार जलशक्ति मंत्रालय का भी उपयोग नहीं कर रही। नड्डा ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस ने सरकार में आने से पहले किसानों से कर्ज माफी का बड़ा वादा किया था। किसानों का लगभग 1.20 लाख करोड़ रुपये का कर्जा चुकाना था। राहुल गाँधी कहते थे – एक, दो, तीन, चार… 10 गिनते-गिनते किसानों का कर्जा माफ़ हो जाएगा। आजकल राहुल गाँधी यात्रा पर निकले हुए हैं। उनसे पूछना कि आप अपना वादा भूल गए हो कि याद है? राजस्थान की जनता में कांग्रेस की सरकार के प्रति आक्रोश इसलिए है क्योंकि कांग्रेस की गहलोत सरकार उनकी आँखों में धूल झोंक रही है और उनके हितों के साथ विश्वासघात कर रही है। कांग्रेस की सरकार आने के बाद राजस्थान में लगभग 9,000 किसान अपनी जमीन बेचने को मजबूर हो गए हैं। कांग्रेस की गहलोत सरकार ने बाजरा पर एमएसपी देने से भी इन्कार कर दिया है।

नड्डा ने कहा कि राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार ने कई रिकॉर्ड बनाए हैं। अशोक गहलोत के नेतृत्व में राजस्थान भ्रष्टाचार, महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, दलित उत्पीडन, साइबर क्राइम, महंगे पेट्रोल-डीजल और महंगी बिजली में नंबर एक बन गया है। पेट्रोल-डीजल पर केंद्र की श्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने कई बार दाम घटाए, भाजपा की राज्य सरकारों ने भी दाम घटाए लेकिन राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम कम नहीं किये। अशोक गहलोत गुजरात में तो जाकर घड़ियाली आंसू बहाते हैं लेकिन यहाँ सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल बेचते हैं। किसानों को और आम उपभोक्ताओं को आज राजस्थान की कांग्रेस सरकार में सबसे अधिक महंगी बिजली मिल रही है। कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार में सांप्रदायिक तनाव भी बढ़े हैं। इसकी जिम्मेवार भी राजस्थान की कांग्रेस सरकार ही है। अगर आप चाहते हैं कि राजस्थान में बहनें सुरक्षित रहें, दलित सुरक्षित रहें, रोजगार के अवसर बढ़े, भ्रष्टाचार समाप्त हो और पेट्रोल-डीजल के दाम कम हो, तो राजस्थान में डबल इंजन वाली सरकार बनानी होगी। मुझे विश्वास है कि राजस्थान की जनता अशोक गहलोत सरकार को मुंहतोड़ जवाब देगी। राजस्थान के विकास के लिए केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा किये गए प्रयासों को रेखांकित करते हुए नड्डा ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने राजस्थान को 9 नेशनल हाइवे दिए हैं। राजस्थान में लगभग 1,357 करोड़ रुपये की राशि से 243 किमी नेशनल हाइवे का निर्माण हो रहा है। सेतु बंधन योजना पर लगभग 700 करोड़ रुपये खर्च किये गए हैं। केंद्र सरकार लगभग 50,000 करोड़ रुपये की लागत से राजस्थान में 25 नए बाईपास बना रही है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से सबसे अधिक लाभ राजस्थान को मिलने वाला है। नरेन्द्र मोदी सरकार ने राजस्थान में सिरोही, बांसवाड़ा, दौसा, हनुमानगढ़ सहित पांच जगहों पर मेडिकल कॉलेज की सौगात दी है। जब मैं केंद्र में स्वास्थ्य मंत्री था, तब चुरू, पाली, भरतपुर, भीलवाड़ा, डूंगरपुर और बाड़मेर में मेडिकल कॉलेज खोले गए थे। नड्डा ने कहा कि आज हमारा देश ‘आत्मनिर्भर भारत’ की राह पर तेज गति से आगे बढ़ रहा है। 219 करोड़ से अधिक वैक्सीन डोज मुफ्त लगा कर हमारे प्रधानमंत्री जी ने कोरोना से देशवासियों को सुरक्षित किया है। राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने भी कोरोना के दौरान वैक्सीन खुद से खरीदने की अनुमति माँगी थी, लेकिन जब नरेन्द्र मोदी सरकार ने अनुमति दे दी तो कह दिया कि हमसे न हो पायेगा। कांग्रेस के नेता वैक्सीन को लेकर जनता को लगातार गुमराह और भ्रमित करते रहे जबकि ये दीगर बात है कि उन्होंने स्वयं चुपके-चुपके टीके लगवा लिए। भाजपा ने तब ‘सेवा ही संगठन’ के प्रधानमंत्री के आह्वान पर अपने-आप को जनता की सेवा में झोंक दिया था। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत ने लगभग 100 देशों को वैक्सीन दिया। लगभग 40 से अधिक देशों को ढाई करोड़ से अधिक कोविड वैक्सीन की खुराक मुफ्त में दी गई। भारत अब लेने वाले देश के रूप में नहीं, बल्कि देने वाले देश के रूप में जाना जाता है। कोरोना के कठिन काल में नरेंद्र मोदी ने पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से देश के लगभग 80 करोड़ लोगों की चिंता की। तब से लेकर आज तक लगभग सवा दो साल से देश के 80 करोड़ लोगों तक हर महीने 5-5 किलो गेहूं/चावल और एक किलो दाल उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि उन्हें सहारा मिले। नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत आज दुनिया की सबसे तेज गति से आगे बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है। आज भारत इंग्लैंड को पीछे छोड़ते हुए पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यस्था बन चुका है। लेदर एक्सपोर्ट में लगभग 29 प्रतिशत, केमिकल एक्सपोर्ट में लगभग 15 प्रतिशत और कॉफ़ी तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एक्सपोर्ट में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। ओवरऑल एक्सपोर्ट में लगभग 17 प्रतिशत की वृद्धि नरेन्द्र मोदी सरकार में हुई है। नरेन्द्र मोदी की सरकार में कृषि बजट में लगभग छः गुना और स्वास्थ्य बजट में लगभग 8 गुना वृद्धि हुई है। आयुष्मान भारत, पीएम किसान सम्मान निधि योजना, स्वच्छ भारत अभियान, पीएम आवास योजना, पीएम उज्ज्वला योजना जैसी योजनाओं से श्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने विकास को एक नया आयाम दिया है।

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Author: mithlabra