चक्रवात मेन्द्रूस का असर : तमिलनाडु में भारी बारिश, 27 उड़ानें रद्द, कई इलाकों में भरा पानी

 

चेन्नई । शुक्रवार की रात महाबलीपुरम में आए चक्रवात मंडूस से तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भारी और तेज बारिश हुई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, चक्रवात के शनिवार को एक अवसाद में कमजोर होने और पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढऩे की उम्मीद है। अकेले चेन्नई में, चक्रवाती तूफान के कारण 300 पेड़ उखड़ गए और यातायात में व्यवधान को रोकने के लिए गिरे हुए पेड़ों को काटने और हटाने के लिए एक बड़े कार्यबल को तैनात किया गया है।

 

तमिलनाडु के कई हिस्सों में लगातार बारिश और जलप्लावन से सार्वजनिक परिवहन प्रणाली प्रभावित हुई है। तमिलनाडु के 27 जिलों में स्कूलों और कॉलेजों सहित शैक्षणिक संस्थानों में अवकाश घोषित किया गया है। ग्रेटर चेन्नई निगम आयुक्त, गगन सिंह बेदी ने कहा, एक बड़ा नागरिक कार्यबल गिरे हुए पेड़ों को हटाने में लगा हुआ है क्योंकि अकेले चेन्नई में चक्रवाती तूफान के कारण 300 से अधिक पेड़ उखड़ गए थे। शाम तक सब कुछ ठीक हो जाएगा। चेन्नई को महाबलीपुरम से जोडऩे वाले ईसीआर राजमार्ग पर यातायात बंद कर दिया गया है और चेंगलपट्टू और कांचीपुरम स्थानीय निकायों ने लोगों को घर के अंदर रहने का निर्देश दिया है। कांचीपुरम, चेंगलपट्टू, उत्तरी चेन्नई और महाबलीपुरम क्षेत्रों के कई हिस्सों में बिजली कटौती की गई है और तांगेडको के अधिकारियों ने बताया कि बिजली व्यवधान जल्द ही फिर से शुरू हो जाएगा।
चेन्नई एयरपोर्ट से कुल 27 उड़ानें रद्द की गईं। चेन्नई और चेंगलपट्टू जिलों के कई इलाकों में भारी जल जमाव है, हालांकि बाढ़ नहीं देखी गई है।
आईएमडी के अधिकारियों ने कहा कि, विल्लुपुरम, रानीपेट, तिरुपथुर, वेल्लोर, कृष्णागिरी, धर्मपुरी, चेन्नई और सलेम जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।कंसीहपुरम और चेंगलपट्टू जिलों में भी शनिवार को भारी बारिश हो रही हैं।
मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में बूंदाबांदी
चक्रवात का असर मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के मौसम पर देखने को मिलेगा। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में 11 दिसंबर से कई क्षेत्रों में बूंदाबांदी का पूर्वानुमान जताया गया है। मौसम विभाग ने 13 दिसंबर तक इन दोनों राज्यों में मौसम बदलने के आसार जताया है। इसके साथ ही तेज हवा चलेगी 13 दिसंबर के बाद तापमान में तीव्रता से कमी देखी जाएगी।
देश के मैदानी इलाके में सुबह शाम धुंध बढ़ेंगे और पहाड़ों पर प्रातकाल तापमान में गिरावट देखी जाएगी। कई जगह पर अभी भी कोहरे कायम है। विजिबिलिटी काफी कम हो गई है। कोहरे के कारण ट्रेनों की तीव्रता भी कम हो गई है।

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Author: mithlabra