-12 साल के बाद फैसला
-उपद्रवी लोगों ने पुलिस पर भी किया था पथराव
-190 लोगों को किया था गिरफ्तार
-38 लोगों के खिलाफ चला था प्रकरण
-दो की हो गई मौत, एक हुआ बरी
-प्रदेश के गृहमंत्री थे उमाशंकर गुप्ता
रतलाम । 12 साल पहले धार्मिक स्थल पर गोबर फेंकने की बात के बाद शहर में हुए हिंसक प्रदर्शन के 35 आरोपियों को न्यायालय ने पांच 5 साल की सजा सुनाई है। लोगों ने पुलिस पर भी पथराव किया था । करीब 190 लोगों को गिरफ्तार किया था। 38 लोगों के खिलाफ प्रकरण चला। इस दौरान दो आरोपियों की मौत हो गई जबकि प्रकरण में एक आरोपी रईस पिता नाहरू को बरी किया गया है।
मंगलवार को तृतीय अपर सत्र न्यायाधीश लक्ष्मण कुमार वर्मा की कोर्ट द्वारा 35 आरोपियों को सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई है।
यह हुआ था घटनाक्रम
उल्लेखनीय है कि रतलाम शहर के दानीपुरा क्षेत्र में 3 सितंबर 2010 शुक्रवार की रात को धार्मिक स्थल पर गोबर फेंकने के मामले ने इतना तूल पकड़ लिया था कि हिंसा भड़क गई थी प्रशासन को कर्फ्यू लगाना पड़ा। उस समय प्रदेश के गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता थे और उन्होंने शांति सदभावना की अपील भी की थी।
उपद्रवियों ने किया था पुलिस पर भी पथराव
घटना ने देखते-देखते सांप्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया। वाहनों में तोडफ़ोड़ की गई। आगजनी भी हुई। पुलिस बल पर पथराव भी किया गया। पुलिस ने आंसू गैस छोड़ी और हवा में गोलियां भी चलाईं। उस समय तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मयंक जैन थे।

Author: mithlabra
