मेघालय में PM मोदी का चीन को संदेश, भारत डंके की चोट पर करेगा अपने बॉर्डर एरिया का विकास

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेघायल के शिलांग में उत्तर-पूर्व परिषद के स्वर्ण जयंती समारोह में कहा कि मैं मेघालय के सभी भाइयों और बहनों को राज्य को समर्पित कनेक्टिविटी, शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार योजनाओं के लिए बधाई देता हूं। यह एक संयोग है कि जब फुटबॉल विश्व कप फाइनल हो रहा है, तो मैं फुटबॉल प्रेमियों को फुटबॉल पर संबोधित कर रहा हूं।” एक तरफ दुनिया का सबसे बड़ा फुटबॉल टूर्नामेंट हो रहा है और हम एक फुटबॉल ग्राउंड से विकास कार्यों की शुरुआत कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि खेलों को लेकर केंद्र सरकार आज एक नई अप्रोच के साथ आगे बढ़ रही है। इसका फायदा नॉर्थ ईस्ट के युवाओं को हुआ है। देश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी नॉर्थ ईस्ट में है।

उन्होंने कहा, ‘लंबे समय तक देश में यह सोच रही है कि बॉर्डर एरिया में विकास हुआ, कनेक्टिविटी बढ़ी तो दुश्मन को फायदा होगा। मैं तो कल्पना भी नहीं कर सकता हूं कि क्या ऐसा भी कभी सोचा जा सकता है। पहले की सरकार की इस सोच के कारण नार्थ-ईस्ट समेत देश के सभी सीमावर्ती क्षेत्रों में कनेक्टिविटी बेहतर नहीं हो पाई। लेकिन आज डंके की चोट पर बॉर्डर पर नई सड़कें, नई टनल, नए पुल, नई रेल लाइन, नए एयर स्ट्रिप, जो भी आश्वयक है, एक के बाद एक…उसके निर्माण का काम तेज गति से चल रहा है। जो समीवर्ती गांव कभी वीरान हुआ करते थे, हम उन्हें वाइव्रेंट बनाने में जुटे हैं। जो गति हमारे शहरों के लिए महत्वपूर्ण है, हमारे बॉर्डर पर भी वही गति होनी आवश्यक है। इससे यहां टूरिज्म भी बढ़ेगा और जो लोग गांव छोड़कर गए हैं, वे वापस लौट के आएंगे।

पीएम मोदी ने कहा कि मेघालय के विकास के लिए 7 लाख करोड़ रुपए खर्च किए गए। पहले यह खर्च 2 लाख करोड़ से कम था। पूर्वोत्तर सस्ती हवाई योजना से जुड़ा। रेल से सड़क तक काम हो रहा है। डिजिटल कनेक्टिविटी से सिर्फ बातचीत, संवाद ही बेहतर नहीं होता। बल्कि इससे टूरिज्म से लेकर टेक्नॉलॉजी तक, शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक, हर क्षेत्र में सुविधाएं बढ़ती हैं, अवसर बढ़ते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि नार्थ ईस्ट में बड़ी संख्या में लोगों हिंसा का रास्ता छोड़कर विकास की राह पकड़ी। उन्होंने कहा कि राज्यों के बीच सीमा विवाद को सुलझाया जा रहा है।

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Author: mithlabra