भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार की छूट देने के कारण हिरासत में मौतों का आंकड़ा बढ़ा : अखिलेश

बलवंत के परिजनों से मिले पूर्व सीएम,एक करोड़ का मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग
कानपुर देहात । सपा नेता अखिलेश यादव पुलिस कस्टडी में मारे गए बलवंत के परिवार से मिलने कानपुर देहात के गांव सरैया पहुंचे। बलवंत की पत्नी ने रविवार को अखिलेश को पत्र लिखकर मदद मांगी थी। पत्नी शालिनी ने खुद को अखिलेश की छोटी बहन बताया था। जिसके बाद सोमवार को अखिलेश बलवंत के गांव पहुंचे। उन्होंने बलवंत के पिता और पत्नी से करीब 1 घंटे तक मुलाकात की।
बता दें, युवा व्यापारी बलवंत की पुलिस कस्टडी में 13 दिसंबर को मौत हो गई थी। पति के मौत के मामले में कार्रवाई से असंतुष्ट बलवंत की पत्नी शालिनी ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश को रविवार को पत्र लिखकर घर बुलाया था।
बलवंत के परिवार से मुलाकात करने के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि परिवार के सामने बर्बरता से पुलिसवाले पीट रहे थे और इतना पीटा जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते। पिटाई से युवक की जान तक चली गई। कस्टोडियल डेथ में यूपी नंबर वन है। भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार की छूट देने के कारण ये आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। इस दौरान पूर्व सीएम ने परिवार को एक करोड़ का मुआवजा और पत्नी शालू को सरकारी नौकरी देने की मांग की।
पूरी घटना की जिम्मेदार पुलिस
इस घटना में साजिश है और षड्यंत्र है। पूरी घटना की जिम्मेदार पुलिस है। जो कार्रवाई हुई है हमें इतने से संतुष्ट नहीं होना है। ऐसी कार्रवाई पहले भी हुई है लेकिन सवाल ये उठता है कि पुलिस हिरासत में मौत की घटना रुक क्यों नहीं रही है। मैं आपको बता दूं ऐसी घटना इसलिए नहीं रुक रही हैं क्योंकि सरकार की नीयत साफ नहीं है।
सीबीआई या सिटिंग जज की देखरेख में हो जांच
अखिलेश यादव ने कहा, उन्होंने परिवार से बातचीत की है। परिवार इस दौरान पूरी घटना की निष्पक्ष जांच चाहता है। मैं सरकार से मांग करता हूं कि घटना की सीबीआई जांच हो या फिर सिटिंग जज की देखरेख में जांच कराई जाए। ताकि परिवार को न्याय मिल सके।

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Author: mithlabra