प्रदेश के 16 हजार कोटवार 18 से 20 को नवा रायपुर में करेंगे आंदोलन

रायपुर । अपने दो सूत्री मांगों के समर्थन में कोटवार एसोसिएशन ऑफ छत्तीसगढ़ संघर्ष समिति में लिया गया निर्णय!
ज्ञात हो कि प्रदेश के कोटवार अपने दो सूत्री मांगे:-
कोटवार को नियमित करते हुए राजस्व विभाग में संविलियन किया जावे! आजादी के पूर्व मालगुजारो द्वारा दी गई माफी भूमि पर मालिकाना हक़ वापस दिया जावे!
उक्त दो ज्वलंत समस्याओं के निराकरण हेतु प्रदेश के कोटवार कई वर्षों से संघर्षरत है,परंतु विडंबना है कि कोटवार कि इन दोनों मूलभूत समस्याओं का आज दिनांक तक निराकरण नहीं हो पाया है पिछले दिनों विधानसभा के बजट सत्र में कोटवार के परिश्रमिक मे कुछ वृद्धि कर शासन ने कोटवार को खुश करने की कोशिश की परंतु नाम मात्र के परिश्रमिक में वृद्धि से कोई भी कोटवार संतुष्ट नहीं है!
यहां यह बताना आवश्यक है कि 23 फरवरी 2019 को मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र पाटन में कोटवारों के प्रांतीय सम्मेलन में मुख्य अतिथि के आसंदी से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोटवार को उक्त दोनों मांग को पूरा करने की घोषणा की थी जो 4 साल बीत जाने के बाद भी अमल नहीं जिससे कोटवार में शासन के प्रति असंतोष व्याप्त है कोटवार के प्रति शासन के इन उपेक्षा पूर्ण रवैया से शुद्ध होकर प्रदेश के कोटवार आंदोलनरत हैं,प्रथम चरण में कोटवार ने 23 फरवरी को अपने-अपने तहसील स्तर पर धरना प्रदर्शन ,करते तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा था उनके पश्चात द्वितीय चरण के आंदोलन में 14 मार्च को संभागीय स्तर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन एवं वादा निभाओ रैली निकाल के कलेक्टरों के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा था उपरोक्त आंदोलन के पश्चात अब कोटवार राजधानी में इक_ा होने जा रहे हैं, प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रदेश के 16000 कोटवार 18 अप्रैल को राजधानी,नवा रायपुर धरना स्थल तूता में इक_ा होकर आंदोलन करेंगे कोटवार संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने विज्ञप्ति में बताया कि इस बार आंदोलन उग्र होगा! उक्त जानकारी प्रांत अध्यक्ष प्रेमकिशोर बाघ ने दी।

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Author: mithlabra