भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा 9 करोड से बना एनिकट कभी भी नगरवासियों के उपयोग नहीं आ पाया है ..

रामानुजगंज । कन्हर नदी में बना एनीकट का गेट खराब होने के कारण 36 घंटों में एनीकट का शत प्रतिशत पानी निकल जाने के बाद नगर भीषण जल संकट की ओर अग्रसर है ।आज नगर पंचायत के सामने नियमित पेयजल आपूर्ति के लिए जेसीबी मशीन से गड्ढा कराना पड़ा, परंतु जिस प्रकार से कन्हर का जल स्तर लगातार नीचे जा रहा है जेसीबी का गड्ढा भी ज्यादा दिन नहीं चल पाएगा ऐसे में नगर की 25 हजार की आबादी भीषण पेयजल संकट से 2-4 होगी।
गौरतलब है कि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा 9 करोड रुपए लागत से बनाए निकट बनने के बाद कभी भी नगरवासियों के उपयोग नहीं आ पाया है। एनीकट के भ्रष्टाचार का आलम यह है कि एनीकट का निर्माण आज तक पूर्ण नहीं हो सका यहां तक कि गेट का भी मरम्मत कभी कराने की जहमत विभाग के अधिकारियों ने नहीं की। जिस कारण जब 2 दिन पूर्व नदी का धार सूखने के बाद एनीकट का 100% पानी 36 घंटे के अंदर निकल गया। नगर पंचायत के द्वारा नियमित पेयजल आपूर्ति कनहर नदी से की जाती है ऐसे में कन्हर नदी के सूख जाने के बाद नगर पंचायत के हाथ पांव फूलना शुरू हो गए हैं। वही नगरवासी भी चिंतित है। आज नगर पंचायत के द्वारा जेसीबी से गड्ढा कराया गया परंतु जिस प्रकार से लगातार नदी का जलस्तर नीचे जा रहा है उससे आने वाले समय में गड्ढा भी काम नहीं आएगा।

खराब पड़े गेट को देखने तक की जहमत नहीं उठा रहे जल संसाधन विभाग के अधिकारी……

जल संसाधन विभाग के अधिकारी किस प्रकार से बेपरवाह एवं अकर्मण्य हो गए हैं उसे इस बात से समझा जा सकता है कि नगर की 25 हजार की आबादी एनीकट से प्रभावित है परंतु एनीकट के गेट खराब होने के बाद अधिकारी आज तक उसे देखने तक की जहमत नहीं उठा सके हैं फिर उसे बनवाने की कल्पना करना भी बेमानी साबित होगी।

मानसून आने में 2 माह का समय है कैसे होगी जलापूर्ति…....

नगर के अधिकांश हैंडपंप एवं कुँवा अब जवाब देने की स्थिति में आ गए हैं वहीं नदी के सूखने के बाद नगर पंचायत की नियमित पेयजल आपूर्ति भी मुश्किल होने लगी है वही मानसून आने में करीब 2 माह की देरी है ऐसे में नगर में नियमित जलापूर्ति कैसे होगी इसके लिए प्रशासन को चिंता करने की आवश्यकता है।

पूरे नगरवासी हैं चिंतित…..

कन्हर नदी के सूख जाने के बाद नगर भीषण जल संकट की ओर अग्रसर है ऐसे में पूरा नगर चिंतित है कि अभी मानसून आने में करीब 2 माह की देरी है नदी सूखने के बाद नियमित जलापूर्ति कैसे होगी?

नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल ने कहा कि नदी सूखने के बाद नगर में पेयजल की आपूर्ति बाधित न हो इसके लिए जेसीबी से गड्ढा कराए जा रहे हैं हम लोगों का पूरा प्रयास है कि किसी भी स्थिति में नियमित पेयजल आपूर्ति बाधित न हो इसके लिए जो भी प्रयास करना पड़े वह नगर पंचायत करेगा।

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Author: mithlabra