ग्राहकों की बल्ले-बल्ले! फ्लाइट, बसों और ट्रेनों की बुकिंग पर पेटीएम दे रहा जबरदस्त छूट

नई दिल्ली । डिजिटल वित्तीय सेवा कंपनी व पेटीएम की पेरेंट ऑर्गनाइजेशन वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (ओसीएल) ने बुधवार को 1-5 मई तक ‘पेटीएम ट्रैवल कार्निवलÓ की घोषणा की। कंपनी ने कहा कि इसके जरिए यूजर्स गर्मी की छुट्टियों के मौसम के लिए पेटीएम ऐप से फ्लाइट, ट्रेन और बस टिकट बुक कर सकेंगे और आकर्षक छूट पा सकेंगे।
कार्निवल में प्रमुख एयरलाइंस इंडिगो, स्पाइसजेट, गोफस्र्ट, विस्तारा, अकासा एयर, एयरएशिया और एयर इंडिया की भागीदारी देखी जाएगी। कंपनी आरबीएल बैंक (क्रेडिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड ईएमआई), यस बैंक (क्रेडिट कार्ड) और एचएसबीसी इंडिया (क्रेडिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड ईएमआई) के बैंक ऑफर्स के जरिए डोमेस्टिक फ्लाइट टिकट बुकिंग पर 15 फीसदी और इंटरनेशनल फ्लाइट टिकट बुकिंग पर 10 फीसदी तक इंस्टैंट डिस्काउंट दे रही है।
इसके अलावा, यह छात्रों, वरिष्ठ नागरिकों और सशस्त्र बलों के कर्मियों के लिए विशेष छूट की पेशकश कर रहा है। अधिक सुविधा के लिए, यूजर्स शून्य सुविधा शुल्क का विकल्प चुन सकते हैं। कंपनी ने कहा कि वह विशिष्ट ऑपरेटरों पर 10 प्रतिशत की अतिरिक्त छूट के साथ बस बुकिंग पर 25 प्रतिशत तक की छूट भी दे रही है। बेस्ट प्राइस गारंटीड के तहत, यह यूजर्स को 2,500 प्लस ऑपरेटरों में सबसे कम कीमत का भरोसा देता है।
ट्रेन टिकट के लिए कंपनी यूपीआई के जरिए भुगतान पर जीरो पेमेंट गेटवे चार्ज ले रही है। पेटीएम ऐप से यूजर्स तत्काल टिकट बुक कर सकते हैं। अपनी बुकिंग की पीएनआर स्टेटस की जांच कर सकते हैं, ट्रेनों को लाइव ट्रैक कर सकते हैं और चौबीसों घंटे ग्राहक सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
कंपनी ने कहा, अगर यूजर्स अपने प्लान के बारे में कंफ्यूज हैं, लेकिन टिकट को लॉक करना चाहते हैं, तो वे ‘कैंसल प्रोटेक्ट कवरÓ खरीद सकते हैं, जो उन्हें बिना हिडन चार्ज व कैंसिलेशन फीस के पेटीएम पर अपनी फ्लाइट, ट्रेन और बस टिकट को कैंसल करने पर 100 प्रतिशत रिफंड का दावा करने में सक्षम बनाता है।
यह यूजर्स को पेटीएम ट्रैवल कार्निवल के दौरान अभी टिकट बुक करने और बाद में अपनी ट्रिप का प्लान बनाने या बिना कोई पैसा गंवाए कैंसल करने का अवसर भी देता है। ट्रैवल बुकिंग के लिए पेटीएम पसंदीदा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है और इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) से मान्यता प्राप्त ट्रैवल एजेंट है।

mithlabra
Author: mithlabra